guar price 2025 क्या ग्वार का भाव 6500 रुपये तक पहुंच सकता है? जानें पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में
भारत में हर साल ग्वार की खपत 1.25 करोड़ बोरी के आस-पास रहती है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उत्पादन में गिरावट आई है।
guar price 2025 में ग्वार का भाव 6500 रुपये तक पहुँच सकता है, यह सवाल आजकल हर किसान और व्यापारी के मन में है। पिछले कुछ महीनों में ग्वार के भाव में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी महीनों में ग्वार की कीमतों में तेजी आ सकती है। ग्वार गम के निर्यात में वृद्धि और उत्पादन में कमी की वजह से यह संभावना मजबूत हो रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, ग्वार का उत्पादन इस साल घटने की उम्मीद है, जिससे इसकी कीमतों में और वृद्धि हो सकती है।
ग्वार का उत्पादन और बाजार की स्थिति
2024 के अंत में ग्वार गम के निर्यात में 33,000 टन की वृद्धि देखी गई, जो पिछले कुछ सालों में सबसे अधिक है। यह आंकड़ा इस बात का संकेत है कि ग्वार की मांग में बढ़ोतरी हो रही है, और इसका असर ग्वार के भाव पर भी पड़ेगा। दिसंबर 2024 में ग्वार का उत्पादन कम हुआ है, और अब विशेषज्ञों का कहना है कि यह 50-55 लाख बोरी तक सीमित हो सकता है।
भारत में हर साल ग्वार की खपत 1.25 करोड़ बोरी के आस-पास रहती है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उत्पादन में गिरावट आई है। पिछले साल का लगभग 65% ग्वार खपत हो चुका है, और अब बचे हुए ग्वार का भंडारण सीमित गोदामों में ही हो सकता है। राजस्थान जैसे प्रमुख ग्वार उत्पादक क्षेत्रों में किसानों ने इसे सुरक्षित निवेश के रूप में रखना शुरू कर दिया है, जिससे मंडियों में ग्वार की आवक में कमी आई है।
ग्वार के भाव में उतार-चढ़ाव
ग्वार के भाव इस समय विभिन्न मंडियों में अलग-अलग हैं। उदाहरण के लिए, अनूपगढ़ मंडी में ग्वार का भाव ₹5000 तक पहुंच चुका है, जबकि बीकानेर मंडी में ग्वार के भाव ₹5241 तक पहुँच गए हैं। सिरसा मंडी में ग्वार के भाव ₹4400 से ₹5051 तक रहे हैं, जो अन्य मंडियों की तुलना में कम हैं। इस तरह की असमानता ग्वार की मांग और आपूर्ति के बीच के अंतर को दर्शाती है।
ग्वार के भाव में बढ़ोतरी की संभावना
विशेषज्ञों का मानना है कि ग्वार के भाव में आगामी महीनों में तेजी आ सकती है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बढ़ती डिमांड, खासकर अमेरिका और चीन से, भारतीय ग्वार उद्योग के लिए एक सकारात्मक संकेत है। इसके अलावा, फूड इंडस्ट्री में ग्वार गम के बढ़ते उपयोग से भी ग्वार की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अप्रैल-मई तक ग्वार के भाव दोगुने हो सकते हैं, और 2025 में ग्वार का भाव 6000 से 6500 रुपये तक पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा, सरकार की नई नीतियां और उत्पादन में वृद्धि के लिए मिलने वाली सब्सिडी भी ग्वार के भाव को ऊपर ले जा सकती है।
ग्वार की भविष्यवाणी
ग्वार के भाव को लेकर कई व्यापारियों और किसानों के मन में उम्मीदें हैं। कैरीओवर स्टॉक में कमी, उत्पादन में गिरावट और बढ़ती मांग की वजह से ग्वार की कीमतें उच्चतम स्तर पर जा सकती हैं। यदि यही ट्रेंड जारी रहा, तो ग्वार का भाव आने वाले महीनों में ₹6000 से ₹6500 तक पहुंच सकता है।
ग्वार के भाव पर असर डालने वाले कारण
- निर्यात में वृद्धि: ग्वार गम का निर्यात बढ़ने से ग्वार की मांग में भी वृद्धि हो रही है।
- उत्पादन में गिरावट: पिछले साल की तुलना में ग्वार का उत्पादन घटने की संभावना है।
- सरकार की नीतियां: सरकार की नीतियों और सब्सिडी से उत्पादन बढ़ सकता है, जिससे सप्लाई चेन में सुधार हो सकता है।
- अंतर्राष्ट्रीय डिमांड: अमेरिका और चीन से बढ़ती डिमांड भी ग्वार के भाव को प्रभावित कर रही है।
किसान के लिए क्या मायने रखता है?
ग्वार के भाव में वृद्धि किसानों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है। गोदामों में स्टॉक रखने वाले किसान इस बढ़ोतरी से लाभ उठा सकते हैं। हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव भी जारी रह सकता है, इसलिए किसानों को सावधानी से निर्णय लेने की सलाह दी जाती है।
क्या ग्वार के भाव में स्थिरता आएगी?
इस समय ग्वार के भाव में उतार-चढ़ाव हो रहे हैं, लेकिन आने वाले समय में इनकी स्थिरता की संभावना भी है। वायदा बाजार में गतिविधियां जारी हैं, और विशेषज्ञों का कहना है कि यदि मांग और आपूर्ति का संतुलन सही रहा, तो ग्वार के भाव में स्थिरता आ सकती है।
कुल मिलाकर, ग्वार के भाव में 2025 में बढ़ोतरी की पूरी संभावना है। उत्पादन में कमी, निर्यात में वृद्धि, और अंतर्राष्ट्रीय डिमांड के कारण ग्वार के भाव ₹6000 से ₹6500 तक जा सकते हैं। किसानों को इस बढ़ोतरी का फायदा उठाने के लिए उचित समय पर निर्णय लेना होगा।